By Saumya Singh
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महाराष्ट्र का नानेघाट वाटरफॉल अपनी तेज हवाओं की वजह से उल्टी दिशा में बहता दिखाई देता है। यह दृश्य ट्रेकिंग प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों को खासा आकर्षित करता है। मानसून का मौसम इसे देखने का सबसे उत्तम समय माना जाता है।
महाराष्ट्र के नानेघाट वाटरफॉल में पानी गुरुत्वाकर्षण के नियम को चुनौती देता हुआ ऊपर की ओर बहता दिखाई देता है। यह दृश्य देखने वालों को हैरान कर देता है और इसे ‘रिवर्स वाटरफॉल’ कहा जाता है।
यह झरना कोंकण समुद्र तट और जुन्नार नगर के बीच स्थित है। मुंबई से लगभग 120 किमी और पुणे से 150 किमी की दूरी पर है।
तेज हवाओं के कारण पानी नीचे से ऊपर की ओर उठता है। हवा का दबाव पानी को उल्टी दिशा में धकेल देता है, जिससे यह अद्भुत दृश्य बनता है।
हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। दूर से देखने पर ऐसा लगता है मानो पानी पहाड़ी की ओर चढ़ रहा हो।
कल्याण बस स्टैंड से नानेघाट के लिए नियमित बसें उपलब्ध हैं। सड़क मार्ग से कार या टैक्सी द्वारा भी आसानी से पहुंचा जा सकता है।
यह ट्रेल घाटघर के जंगल क्षेत्र से गुजरता है। ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए पहाड़ी दृश्य, ठंडी हवाएं और रोमांचक रास्ते इसे खास बनाते हैं।
मानसून (जुलाई से सितंबर) में नानेघाट की खूबसूरती अपने चरम पर होती है। इस समय तेज हवाओं की वजह से झरना सबसे अद्भुत तरीके से उल्टा बहता दिखता है।