सेहत या सियासत? मॉनसून सत्र में गरमाई उपराष्ट्रपति के इस्तीफे की कहानी

By Saumya Singh

22 July, 2025

Source: Google

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। विपक्ष इसे महज 'सेहत का मामला' नहीं, बल्कि सियासी संकेत मान रहा है।

अचानक इस्तीफा 21 जुलाई 2025 को मॉनसून सत्र के पहले ही दिन शाम को उपराष्ट्रपति ने अचानक इस्तीफा दे दिया।

सेहत का हवाला इस्तीफे में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का उल्लेख किया, लेकिन सार्वजनिक रूप से उस दिन पूरी तरह सक्रिय नजर आए।

सत्र के दिन सक्रियता धनखड़ ने संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाई और विपक्षी नेताओं से भी भेंट की- जिससे बीमारी की बात पर शक गहराया।

विपक्ष का आरोप कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस्तीफे को ‘सिर्फ सेहत का मामला नहीं’ बताते हुए राजनीतिक साजिश का अंदेशा जताया।

जयपुर दौरे की योजना 23 जुलाई को उनका जयपुर दौरा पहले से तय था और रद्द भी नहीं किया गया, जिससे इस्तीफा पूर्व-नियोजित लग रहा है।

कार्यकाल अधूरा अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति बने धनखड़ का कार्यकाल 2027 तक था- यानि ढाई साल पहले पद छोड़ा।

कार्यवाहक सभापति अब राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह कार्यवाहक सभापति की जिम्मेदारी संभालेंगे।

60 दिन में नया चुनाव संविधान के अनुसार, अब 60 दिनों के भीतर नया उपराष्ट्रपति चुना जाना अनिवार्य है।