By Saumya Singh
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नई रिसर्च के अनुसार, वयस्कों के लिए सुबह का नाश्ता छोड़ना दिमाग की एक्टिविटी या निर्णय लेने की क्षमता पर कोई असर नहीं डालता। हालांकि, बच्चों के लिए पौष्टिक नाश्ता अभी भी बेहद जरूरी माना गया है।
रिसर्च में 63 स्टडीज और 3,400 लोगों पर किए गए प्रयोगों का विश्लेषण किया गया।
नाश्ता करने और न करने वालों की दिमागी क्षमता में कोई खास फर्क नहीं पाया गया।
शरीर लंबे समय तक खाना न खाने पर भी केटोन्स से दिमाग को ऊर्जा देता है।
8 से 16 घंटे का फास्टिंग मेमोरी या एकाग्रता पर असर नहीं डालता।
बच्चों के लिए ब्रेकफास्ट जरूरी है, क्योंकि वे विकास के दौर में होते हैं।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी शोध रिपोर्ट पर आधारित है। किसी भी तरह के डाइट या फास्टिंग पैटर्न में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।