Uttarakhand: आदि कैलाश में अल्ट्रा मैराथन का आयोजन, देश के 800 से अधिक धावक ने लिया हिस्सा

उत्तराखंड में पहली बार 14500 फीट ऊंचाई पर स्थित प्रमुख धार्मिक स्थल आदि कैलाश में अल्ट्रा मैराथन का आयोजन किया गया। जिसमें देश के 700 से अधिक धावक इस ऐतिहासिक मैराथन के गवाह बने। आदि कैलाश जैसे पवित्र और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल से इस साहसिक पहल की शुरुआत को दूरगामी परिणामों वाला कदम माना जा रहा है।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 2 November 2025, 7:39 PM IST
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Dehradun: उत्तराखंड में पहली बार 14500 फीट ऊंचाई पर स्थित प्रमुख धार्मिक स्थल आदि कैलाश में अल्ट्रा मैराथन का आयोजन किया गया। देश के 800 से अधिक धावक इस ऐतिहासिक मैराथन के गवाह बने। 60 किलोमीटर लंबी अल्ट्रा रन आदि कैलाश से शुरू हुई। जिसमें देश के 22 राज्यों से आए 800 से अधिक धावकों ने भाग लिया।

उत्तराखंड के पौराणिक और आध्यात्मिक धरोहर स्थल आदि कैलाश क्षेत्र में रविवार को राज्य की पहली हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन का आयोजन किया गया। राज्य स्थापना की रजत जयंती के उपलक्ष्य में यह आयोजन उत्तराखंड की साहसिक खेल क्षमता, प्राकृतिक धरोहर और पर्यटन संभावनाओं के नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।

महिला वर्ग में पौड़ी गढ़वाल की मीनाक्षी 60 किमी की अल्ट्रा मैराथन में प्रथम स्थान पर रहीं। पुरुष वर्ग में 60 किलोमीटर दौड़ के प्रतिभागी चमोली के दिगंबर सिंह ने प्रथम स्थान हासिल किया।

ज्योलिंगकांग से प्रारंभ हुई अल्ट्रा मैराथन दौड़

बता दें कि 60 किलोमीटर लंबी अल्ट्रा मैराथन 14500 हजार फीट की ऊंचाई पर आदि कैलाश क्षेत्र में ज्योलिंगकांग से प्रारंभ हुई, जिसमें देश के 22 राज्यों से 700 से अधिक धावकों ने भाग लिया। 14 से 10 हजार फीट की ऊंचाई के बीच कठिन मौसम और चुनौतीपूर्ण हिमालयी ट्रैक में प्रतिभागियों ने साहस, धैर्य और फिटनेस का अद्भुत प्रदर्शन किया।

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60 किमी मैराथन का शुभारंभ सुबह 6 बजे केंद्रीय सड़क और परिवहन राज्यमंत्री अजय टम्टा और अन्य अतिथियों ने किया। यह दौड़ आदि कैलाश क्षेत्र से शुरू होकर कालापानी और कालापानी से वापस गुंजी आकर समाप्त हुई। मैराथन संपन्न होने पर प्रतिभागियों ने उत्तराखंड सरकार और जिला प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं की प्रशंसा की।

धावकों ने कहा कि आईटीबीपी और भारतीय सेना का सहयोग और मार्गदर्शन सराहनीय रहा, जिसने इस कठिन रूट पर आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाया। आयोजन के दौरान स्थानीय जनता में भारी उत्साह दिखा और सैकड़ों लोगों ने धावकों का उत्साहवर्धन किया।

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रजत जयंती वर्ष के मौके पर यह आयोजन उत्तराखंड की ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में दर्ज हुआ है। जो राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में एडवेंचर टूरिज़्म और खेल संस्कृति को नई ऊंचाई प्रदान करेगा। आदि कैलाश जैसे पवित्र और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल से इस साहसिक पहल की शुरुआत को दूरगामी परिणामों वाला कदम माना जा रहा है।

Location : 
  • Dehradun

Published : 
  • 2 November 2025, 7:39 PM IST