Barabanki: जैदपुर नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। नगर के मोहल्ला झलहा के पास मेन रोड पर कई दिनों से भारी मात्रा में कूड़ा डंप किया जा रहा है, जिससे पूरा इलाका दुर्गंध और प्रदूषण की चपेट में है। नगर पंचायत की लापरवाही से नाराज़ स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तुरंत सफाई कराने की मांग की है।
सड़क किनारे कूड़े का पहाड़, स्कूल जाने वाले बच्चों को हो रही परेशानी
मोहल्ला झलहा के पास स्थित यह मार्ग नूर मोहम्मद इंटर कॉलेज तक जाता है, जहाँ से रोज़ाना सैकड़ों छात्र-छात्राएं आते-जाते हैं। गंदगी से उठने वाली तेज़ दुर्गंध और मक्खी-मच्छरों की भरमार के कारण बच्चों और राहगीरों का निकलना मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मार्ग नगर पंचायत के केंद्र में आता है, बावजूद इसके सफाई कर्मचारी कई दिनों से यहां नहीं पहुंचे। राहगीर शमीम अहमद ने बताया, “हर दिन इस सड़क से गुजरना दूभर हो गया है। बदबू इतनी तेज है कि सांस लेना मुश्किल होता है। बच्चे स्कूल जाते वक्त मुंह पर रुमाल बांधकर निकलते हैं।”
जिम्मेदारियां एक-दूसरे पर डाल रहे अधिकारी
मामले में स्थानीय सभासद शाह आलम और ताहिर अंसारी ने बताया कि जब उन्होंने नगर पंचायत प्रशासन से सफाई व्यवस्था पर सवाल किया तो नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि सफाई की जिम्मेदारी अधिशाषी अधिकारी (EO) की है। सभासदों ने कहा कि यह जवाब गैरजिम्मेदाराना है। उन्होंने कहा, “जनता को सफाई चाहिए, तर्क नहीं। गंदगी से लोगों की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है,”
सफाई कर्मचारियों पर नियंत्रण का संकट
सूत्रों के अनुसार, नगर पंचायत जैदपुर में एक ही कर्मचारी पर कई मेटों का नियंत्रण है, जिसके कारण सफाई व्यवस्था पूरी तरह अव्यवस्थित हो गई है। जब किसी मेट द्वारा सफाईकर्मी को बुलाया जाता है तो वह यह कहकर काम से मना कर देता है कि वह दूसरे मेट के अधीन कार्यरत है। इस आंतरिक अव्यवस्था का नतीजा यह है कि सफाई कर्मियों की जवाबदेही खत्म हो गई है और नगर पंचायत क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण ठप पड़ गया है।
संक्रमण का खतरा और बारिश से बढ़ी दुश्वारी
लगातार जमा हो रहे कूड़े से उठने वाली बदबू और नमी के कारण संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है। बारिश ने स्थिति को और भयावह बना दिया है। गीला कचरा सड़कों पर फैलकर जलभराव पैदा कर रहा है, जिससे डेंगू, मलेरिया और त्वचा रोगों का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय निवासी फातिमा बेगम ने कहा, “हम कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन न सफाईकर्मी आते हैं और न ही कोई अधिकारी देखने। बच्चे बीमार हो रहे हैं और मच्छरों की भरमार से रातें काटना मुश्किल हो गया है।”
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
नगरवासियों ने जिलाधिकारी बाराबंकी और मुख्य विकास अधिकारी से अपील की है कि वे जैदपुर नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करें। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सफाई नहीं कराई गई तो वे नगर पंचायत कार्यालय का घेराव करेंगे। फिलहाल जैदपुर नगर पंचायत की लचर सफाई व्यवस्था ने न केवल शहर की सूरत बिगाड़ी है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की कामकाज पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

