गोरखपुर: चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने और अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए जनपद पुलिस लगातार अभियान चला रही है। इसी क्रम में बेलीपार थाना पुलिस को आज एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने ताला तोड़कर की गई चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की सोने की अंगूठी, मोबाइल फोन और नकदी बरामद करने में सफलता पाई है।
क्या है पूरी खबर?
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर के निर्देशन में तथा पुलिस अधीक्षक दक्षिणी के कुशल मार्गदर्शन में क्षेत्राधिकारी बांसगांव के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई की गई। थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह के नेतृत्व में उ0नि0 विनय कुमार सिंह एवं उनकी टीम ने मुखबिर की सूचना पर तेजी से कार्रवाई करते हुए अभियुक्त गोलू उर्फ सूर्या उर्फ रणविजय यादव पुत्र दिग्विजय नाथ यादव निवासी ग्राम चेरिया, थाना बेलीपार को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान अभियुक्त के पास से वारदात में चोरी किया गया मोबाइल फोन, सोने की अंगूठी और 1940 रुपये बरामद हुए। बरामदगी के आधार पर मुकदमे में धारा 317(2) बीएनएस की बढ़ोत्तरी की गई है।
मामले का पर्दाफाश
यह मामला थाना बेलीपार पर पंजीकृत मु0अ0सं0 359/25 धारा 331(4), 305 बीएनएस से संबंधित है। वादी द्वारा 13 नवंबर को थाने में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि उनके कमरे का ताला तोड़कर अंगूठी, मोबाइल और गेहूं चोरी कर लिया गया है। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम सक्रिय हुई और मात्र 24 घंटे के भीतर सफलतापूर्वक मामले का पर्दाफाश कर दिया।
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अभियुक्त का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अभियुक्त का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। उसके खिलाफ पहले से ही दो मुकदमे दर्ज हैं- मु0अ0सं0 359/25 और 269/25, दोनों ही चोरी व संबंधित धाराओं में बेलीपार थाने में पंजीकृत हैं। इससे स्पष्ट होता है कि अभियुक्त सक्रिय अपराधी है और क्षेत्र में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता रहा है।
पुलिस टीम में उ0नि0 विनय कुमार सिंह और का0 राकेश यादव की भूमिका सराहनीय रही। दोनों पुलिसकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न सिर्फ वारदात का खुलासा किया बल्कि आरोपी को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त सामान भी बरामद कर लिया। स्थानीय जनता ने पुलिस की इस तत्परता की प्रशंसा की है। पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में अपराधियों पर कड़ी नजर रखते हुए आगे भी ऐसे अभियान लगातार संचालित किए जाएंगे, ताकि चोरी जैसी घटनाओं पर पूरी तरह नियंत्रित किया जा सके।

