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ग्रेटर नोएडा में कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी और उसके 10 साथियों को गैंगस्टर केस में 9-9 साल की सजा सुनाई गई। सुंदर भाटी पर सपा नेता हरेंद्र नागर की हत्या का आरोप था। अब यह मामला पुलिस और न्यायालय के कड़े कदमों के तहत सुलझा लिया गया है।
गैंगस्टर सुंदर भाटी
Greater Noida: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा जिले की कासना कोतवाली में दर्ज गैंगस्टर मामले में जिला न्यायालय ने 10 आरोपियों को दोषी करार देते हुए उन्हें 9-9 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है। इनमें कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी भी शामिल हैं, जिन पर कई गंभीर अपराधों का आरोप है। इसके अलावा अदालत ने इन आरोपियों पर 20-20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। हालांकि, कुछ आरोपियों को उनकी सजा से अधिक समय पहले ही जेल में बिताने के कारण रिहा कर दिया गया, जबकि दो आरोपी अभी अपनी सजा पूरी करने के लिए न्यायिक हिरासत में भेजे गए हैं।
जिला न्यायालय ने कासना क्षेत्र में हुए गैंगस्टर मामले में कुल 10 लोगों को दोषी ठहराया। इन दोषियों में सुंदर भाटी, सिंहराज, योगेश, विकास पंडित, ऋषिपाल, बॉबी उर्फ शेरसिंह, यतेन्द्र चौधरी, अनूप भाटी, दिनेश भाटी और सोनू शामिल हैं। अदालत ने सभी आरोपियों को 9-9 साल की सजा सुनाई और प्रत्येक पर 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। हालांकि, सिंहराज और ऋषिपाल को छोड़कर बाकी आरोपियों ने पहले ही अपनी सजा का अधिकांश समय जेल में बिताया, जिससे उन्हें रिहा कर दिया गया।
इस मामले की शुरुआत 8 फरवरी 2015 को हुई, जब दादूपुर के ग्राम प्रधान और सपा नेता हरेंद्र नागर पर नियाना गांव के पास एक शादी समारोह से लौटते वक्त जानलेवा हमला किया गया था। इस हमले में हरेंद्र नागर और उनके सरकारी गनर भूदेव शर्मा की मौत हो गई थी। सुंदर भाटी पर हत्या का आरोप था, और बताया जाता है कि दोनों के बीच वर्चस्व और ठेके के विवाद के कारण यह हत्या हुई थी।
सुंदर भाटी, जो कि दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुख्यात गैंगस्टर के रूप में पहचान रखते हैं, पर हत्या समेत कई गंभीर आरोप हैं। वह एक ट्रांसपोर्ट ठेकेदार से गैंगस्टर बने थे और धीरे-धीरे राजनीतिक नेताओं के संपर्क में आए। उनका गैंग रंगदारी वसूलने, सुपारी किलिंग और अन्य अपराधों में लिप्त था। सुंदर भाटी के खिलाफ कई गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं, जिनमें 2015 में हुए हरेंद्र नागर हत्याकांड और अन्य आपराधिक गतिविधियाँ शामिल हैं।
सुंदर भाटी का 30 साल का आपराधिक साम्राज्य दिल्ली, एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैला हुआ है। राजनीतिक गलियारों में उसकी मजबूत पैठ थी और वह जेल में रहते हुए भी समाज के कई बड़े चेहरों से जुड़ा था। वर्ष 2015 में उसका एक फोटो गौतमबुद्धनगर जिला जेल से वायरल हुआ था, जिसमें वह एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के साथ पुरस्कार बांटते हुए नजर आया था। उसकी आपराधिक गतिविधियों में रंगदारी वसूलना, फैक्ट्री ठेके लेना और हत्या शामिल थीं।