बदायूं में दिखा पुलिसिया जंगलराज, लॉकडाउन के नाम पर गरीब किसान की नाबालिग बेटियों को बेरहमी से पीटा, हालत गंभीर
उत्तर प्रदेश पुलिस का काम नहीं कांड बोलता है। लॉकडाउन के नाम पर जिसे चाहों, जहां चाहो पीट डालो। कुछ ऐसा कारनामा आज सुबह बदायूं जिले में देखने को मिला है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:
बदायूं: सोमवार की सुबह बदायूं जिले के थाना- मूसाझाग के ग्राम पंचायत- उतरना में पुलिसिया जंगलराज का नग्न तांडव देखने को मिला है। लॉकडाउन में जगह-जगह सख्ती को उतावली पुलिस को गांव की सड़क पर गेहूं से भरी एक ट्राली दिखाई दी। यह देख पुलिस ने गरीब किसान सत्यपाल को गालियां बकनी शुरु कर दी।
जिसका विरोध किसान की 14 साल की नाबालिग बेटी शिवाली, 16 साल की नाबालिग बेटी शिवानी ने किया। इसके बाद क्या था पुलिस वालों ने घर के अंदर घुसकर दौड़ा-दौड़कर दोनों बेटियों की जमकर पिटाई की। जिससे इनकी हालत गंभीर है। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पिटाई का शिकार किसान का पुत्र जतिन भी हुआ है।
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गांव वालों का कहना है कि जब पुलिस से पिता को बचाने बेटियां आय़ीं तो पुलिस ने जमकर तांडव मचाया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक एसपी सिटी जितेंद्र श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंच जांच की है। पिटाई करते देख ग्रामीण आक्रोश में आ गये और पुलिस कर्मियों को घेरना शुरु किया जिसके बाद वे मौके से भाग निकले। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच हो रही है। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी मचलई गांव में मूसाझाग थाने की पुलिस ने एक दंपती को पीट डाला था, इस आक्रोश की ज्वाला में आज की घटना ने पुलिस के खिलाफ लोगों का गुस्सा और ज्यादा बढ़ा दिया है।
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