महराजगंजः शौचालय निर्माण के बाद खुले में शौच के लिए मजबूर ग्रामीण, सामुदायिक शौचालय में लटके पड़े ताले

डीएन ब्यूरो

स्वच्छता अभियान के तहत सरकार भले ही जगह-जगह सार्वजनिक शौचालय बनवा रही हो, लेकिन इन शौचालय का निर्माण पूरा होने के बाद भी लोगों को खुले में ही शौच के लिए जाना पड़ रहा है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर



महराजगंजः सरकार स्वच्छता पर पूरा ध्यान दे रही है प्रशासन भी स्वच्छता के नाम पर पानी की तरह पैसा बहा रहा है जगह-जगह सार्वजनिक शौचालय बनवा रहा है लेकिन यह शौचालय किसी काम के नहीं हैं।  लाखों रुपए की कीमत से बना विकास खण्ड धानी के ग्राम पंचायत बैसार में बना सामुदायिक शौचालय निर्माण के बाद से ही बन्द है जिससे इसका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है।

शौचालय होते हुए भी लोगों को खुले में शौच जाना पड़ रहा है।ग्राम बैसार टोला नगपुर की आबादी 250 से अधिक है। 

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब से शौचालय का निर्माण हुआ है तबसे आज तक वह खुला नहीं है। लोग मजबूरी में खुले में शौच जाते हैं उन्होंने कई बार इस संबंध में ग्राम प्रधान सुखदेव यादव को बताया लेकिन शौचालय को गांव के लोगो के लिए नही खोला गया। ग्रामीणों का कहना है कि शौचालय बनने के बाद से ही बन्द पड़ा हुआ है, उन्हें बस्ती से दूर शौच के लिए जाना पड़ता है। कई बार ग्राम प्रधान से शिकायत भी की लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से बात करते हुए एक महिला ने परेशानी बताते हुए कहा कि शौचालय बंद होने की वजह से उसे खुले में शौच जाना पड़ता है। सुबह शाम गांव के पुरुष सड़क पर रहते हैं अगर शौचालय खुला होता तो परेशानी का सामना नही करना पड़ता।

ग्राम प्रधान सुखदेव यादव ने पूछने पर बताया कि सुबह शाम शौचालय खुलने का समय होता है और शौचालय के खोलने बन्द की जिम्मेदारी हमारी नहीं है जिसको हमने हैंडओवर कर दिया उसकी यह जिम्मेदारी है।










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