फतेहपुरः जिला अस्पताल और पुलिस की रस्साकसी में गई बुजुर्ग की जान
फतेहपुर में सदर अस्पताल प्रशासन और कोतवाली पुलिस की रस्साकसी में एक बुजुर्ग को अपनी जान गंवानी पड़ी। आइए जानते हैं कि आखिर यह पूरा मामला कौन सा है?….
फतेहपुरः स्थानीय सदर अस्पताल प्रशासन और कोतवाली पुलिस की रस्साकसी में एक बुजुर्ग की जान चले जाने का मामला सामने आया है। मामला हुसैनगंज थाने के सरैला गांव का है, जहां शिवशंकर द्विवेदी पुत्र स्व. रामगोपाल द्विवेदी (62) तीस दिसंबर को दोपहर 1 बजे बिना किसी को बताये घर से कहीं चले गए थे। परिजनों ने 1 जनवरी को हुसैनगंज थाने में इसकी तहरीर दी थी। इसके बाद 5 जनवरी को पुलिस ने परिजनों को शिवशंकर की सदर अस्पताल में मृत्यु की सूचना दी। शिवशंकर करीब 4-5 दिन तक सदर अस्पताल में भर्ती रहे। लेकिन इस बीच पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने शिवशंकर के परिजनो को उनके अस्पताल में भर्ती होने की कोई जानकारी नहीं दी।
चार-पांच दिन अस्पताल में भर्ती रहे शिवशंकर की पांच जनवरी को मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि फतेहपुर के सदर अस्पताल के कर्मचारियों के रिकॉर्ड के अनुसार शिवशंकर 1 तारीख को एक्सिडेंटल की हालत में गोपालगंज पीएचसी से सदर अस्पताल आए थे, जिसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दे दी गई थी।
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मामले में अस्पताल कर्मियों का कहना है कि पुलिस को इसकी जानकारी दे दी गई थी। बताया जा रहा कि चार दिन अस्पताल में भर्ती रहे शिवशंकर की पांच जनवरी को मौत हो गई। सबसे बड़ी बात यह है कि मरने के बाद कोतवाली पुलिस ने सम्बंधित थाने के जरिए परिजनों को इसकी सूचना दी। 6 जनवरी को परिजनों ने अपने पोस्टमार्टम कराया गया। 4-5 दिनो तक अस्पताल में रहने पर पुलिस या अस्पताल द्वारा शिवशंकर के परिजनो को सूचित न करना एक बड़ी लापरवाही मानी जा सकती है।
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