अमेठी: फैजाबाद-रायबरेली राजमार्ग खोल रहा योगी सरकार के गड्ढा मुक्त सड़कों की पोल
एक तरफ जहाँ प्रदेश सरकार राज्य में गड्ढा मुक्त सड़कों का दावा कर रही है, वहीं प्रदेश का फैजाबाद-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग अभी भी सरकार के इन दावों की पोल खोल रहा है। पूरी खबर
अमेठी: प्रदेश सरकार की ओर से एक वर्ष पूर्व राज्य की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। सड़क निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च भी हुए। इसके बाद भी राज्य की कई सड़कें गड्ढामुक्त नहीं हुई हैं। सड़कों का हाल ऐसे है कि लोगों का पैदल चलना तक मुश्किल हो रहा है। साथ ही खराब सड़कों के कारण दुर्घटनाओं का ग्राफ भी बढ़ रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
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जिले के फैजाबाद रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर मसलन ग्राम सभा सरेसर, शंकरगंज से पहले नैया के पुल के पास, राजामऊ नहर पुल के नीचे, मोहनगंज कृषि रक्षा इकाई और मोहन गंज चौराहे जगहों पर सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे लोगों की मौत के कारण बन रहे हैं । सड़कों पर गड्ढों के कारण आये दिन कई हादसे होते रहते हैं।
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हाल में ही 14 मई को मोहनगंज थाना अंतर्गत चेतरा गांव निवासी राजकुमार जायसवाल की सड़क पर गड्ढे के कारण ट्रक से टकराकर दर्दनाक मौत हो गई । वहीं नारा अढनपुर निवासी नंद कुमार सिंह की कार गड्ढे के कारण अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उनका एक साथी दीपक गंभीर रूप से घायल हो गया। इसी तरह के कई और हादसे इस सड़क पर हुए।
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जिले की तिलोई से गोगमऊ के बीच नहर पटरी रोड भी जर्जर होकर गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। वर्षों से इन सड़कों का कायाकल्प नहीं हो सका। लोग आए दिन इन गड्ढों में गिर कर चोट खाते हैं या मौत के आगोश में समा जाते हैं। भाजपा सरकार से पहली बार मंत्री बने सुरेश पासी का घर भी मोहनगंज कस्बे के आसपास है, जहां की सड़कें बहुत खराब है। लेकिन उन्होंने भी इस सड़क के पुनर्निर्माण के लिए किसी भी तरह का कोई भी कदम नहीं उठाया है, जिससे स्थानीय लोगों में मंत्री के खिलाफ आक्रोश उभर रहा है।