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दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया है, जहां AQI 692 तक पहुंच चुका है। ठंड बढ़ने के साथ स्थिति और गंभीर हो गई है, जबकि GRAP-3 जैसे उपाय भी वायु गुणवत्ता पर कोई असर नहीं डाल रहे हैं। क्या आने वाले दिनों में राहत मिलेगी?
दिल्ली की हवा अब घातक (सोर्स- गूगल)
New Delhi: दिल्ली एक बार फिर जहरीली हवा के गंभीर संकट से जूझ रही है। बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 692 के खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली में प्रदूषण की समस्या और भी गंभीर हो गई है, और लोगों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। इस गंभीर संकट को देखते हुए दिल्ली सरकार ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP-3) लागू किया था, लेकिन इसका कोई असर वायु गुणवत्ता पर दिखाई नहीं दे रहा है।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर अब खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। बुधवार की सुबह, AQI 692 पर पहुंच गया, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। इस आंकड़े के अनुसार, प्रदूषण का स्तर "बहुत खराब" श्रेणी में आ चुका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, PM2.5 का स्तर 539 और PM10 का स्तर 722 तक पहुंच गया है।
ये दोनों स्तर फेफड़ों के लिए अत्यंत खतरनाक हैं। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में AQI के आंकड़े भयावह रूप से बढ़े हैं। आनंद विहार, अलीपुर और बवाना जैसे इलाके पहले ही 'बहुत खराब' श्रेणी में थे, लेकिन अब पूरी दिल्ली इसका शिकार हो गई है।
Exclusive: दिल्ली में कब से बढ़ रहा AQI? जानें क्यों बिगड़ती है हवा की गुणवत्ता
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को GRAP-3 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) का तीसरा चरण लागू किया था। इस योजना के तहत, निर्माण कार्यों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया और डीजल वाहनों, साथ ही BS-3 और BS-4 श्रेणी के वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था।
बावजूद इसके, बुधवार को वायु गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हुआ। हवा की गति में कमी के कारण प्रदूषण के कणों को फैलने का मौका नहीं मिल रहा है और नमी के कारण वातावरण में इन कणों का जमाव बढ़ गया है।
GRAP-3 नाकाम (सोर्स- गूगल)
दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण का असर और भी गहरा हो गया है। यहां AQI 692 तक पहुंच गया है, जबकि नोएडा में AQI 281, गाजियाबाद में AQI 331, गुड़गांव में AQI 276 और ग्रेटर नोएडा में AQI 333 है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि न सिर्फ दिल्ली, बल्कि पूरे NCR क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में हवा की गति केवल 5 किमी/घंटा है, जिससे प्रदूषण के कणों का फैलाव रुक गया है। हवा में नमी भी बनी हुई है, जिससे प्रदूषण के कण हवा में बने रहते हैं और वातावरण में घना कोहरा और धुंध दिखाई दे रही है। इसके अलावा, राजधानी में इस समय न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के बीच है।
दिल्ली में रविवार को साफ आसमान, पर हवा अब भी खराब; जानें कितना पहुंचा AQI
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना खतरनाक हो चुका है कि स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालने लगा है। विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक प्रदूषित हवा फेफड़ों, आंखों और त्वचा के लिए हानिकारक हो सकती है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा या हृदय संबंधी रोगों से ग्रस्त लोगों को इस स्थिति में खास ध्यान रखना चाहिए।