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Red Fort Blast: धमाके के बाद चांदनी चौक बाजार की रफ्तार हुई सुस्त, कुछ दुकानें खुलीं लेकिन रौनक गायब

दिल्ली धमाके के चार दिन बाद भी चांदनी चौक का माहौल सामान्य नहीं हो पाया है। जहां पहले कदम रखने की जगह नहीं होती थी, अब वहां सन्नाटा पसरा है। कुछ दुकानें खुली हैं, लेकिन ग्राहकों का नामोनिशान नहीं। कई इलाकों में सुरक्षा घेरा अब भी जारी है।
Post Published By: Subhash Raturi
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Red Fort Blast: धमाके के बाद चांदनी चौक बाजार की रफ्तार हुई सुस्त, कुछ दुकानें खुलीं लेकिन रौनक गायब

New Delhi: सोमवार शाम दिल्ली के लाल किले के पास हुए बम धमाके ने न केवल सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है, बल्कि पुरानी दिल्ली के दिल यानी चांदनी चौक मार्केट की रौनक पर भी असर डाल दिया है। धमाके के बाद प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से लाल किले से चांदनी चौक की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया है। इस कारण यहां आने वाले लोगों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है।

धमाके के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

धमाके वाली जगह पर सीबीआई, एनआईए, डेल्ही पुलिस स्पेशल सेल और फॉरेंसिक टीम समेत कई जांच एजेंसियां मौजूद हैं। घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करने और धमाके की वजह जानने के लिए जांच जारी है। सुरक्षा को देखते हुए इस इलाके में निजी गाड़ियों और बसों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है। वहीं, पास के मेट्रो स्टेशन को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब तक फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट नहीं आ जाती और सुरक्षा मंजूरी नहीं मिलती, तब तक आम जनता को इस क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। फिलहाल केवल कुछ दुकानदारों और स्थानीय कर्मचारियों को सीमित समय के लिए आने-जाने की इजाजत दी गई है।

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मार्केट में भीड़ की कमी

चांदनी चौक का बाजार अपनी भारी भीड़ और रंगीन गलियों के लिए जाना जाता है, लेकिन धमाके के बाद से यहां सन्नाटा पसरा है। सामान्य दिनों में जहां रोजाना लाखों लोग खरीदारी करने पहुंचते हैं, वहीं अब वहां चंद लोग ही दिखाई दे रहे हैं। व्यापारियों के अनुसार, पहले जहां एक दिन में 450 से 500 करोड़ रुपये का व्यापार होता था, वहीं धमाके के बाद से रोजाना 300 से 400 करोड़ रुपये तक का अस्थायी घाटा हो रहा है।

चांदनी चौक व्यापार संघ के एक सदस्य ने बताया, “लोग अभी डर के माहौल में हैं। जब तक पुलिस क्षेत्र को पूरी तरह सुरक्षित घोषित नहीं करती, तब तक भीड़ लौटने में वक्त लगेगा। हालांकि, हमें उम्मीद है कि कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी।”

प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स- इंटरनेट)

कौन-कौन से इलाके बंद हैं?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूरा चांदनी चौक बाजार फिलहाल खुला हुआ है, लेकिन लाल किले के सामने वाली एंट्री पॉइंट और उससे सटे दो मार्केट क्षेत्रों को प्रशासन ने एहतियातन बंद करवाया है। इन इलाकों में सख्त पुलिस निगरानी है। यहां बसें, निजी वाहन और मेट्रो सेवा पूरी तरह बंद हैं, जिससे खरीदारों को बाजार तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है।

एक व्यापारी ने बताया कि “हमारी दुकानें खुली हैं, लेकिन ग्राहक आ ही नहीं पा रहे। पुलिस बैरिकेड्स लगे हुए हैं और मेट्रो बंद है। इससे B2C (डायरेक्ट कंज्यूमर) बिक्री पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है।”

अधिकारियों के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक इस क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा जारी रहेगी। जब तक सभी जांच एजेंसियां अपनी रिपोर्ट नहीं सौंप देतीं और क्षेत्र को ‘सेफ ज़ोन’ घोषित नहीं किया जाता, तब तक आम जनता को पूरी तरह से आने-जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। संभावना जताई जा रही है कि सप्ताह के अंत तक स्थिति सामान्य हो सकती है, यदि कोई नई सुरक्षा चुनौती सामने नहीं आती।

इतना लोकप्रिय क्यों है चांदनी चौक मार्केट?

चांदनी चौक सिर्फ दिल्ली का बाजार नहीं, बल्कि राजधानी की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान है। यह एशिया के सबसे बड़े होलसेल हब्स में से एक है, जहां देशभर के व्यापारी सामान की खरीद-फरोख्त करने आते हैं। यहां कपड़ों, ज्वेलरी, मसालों, इलेक्ट्रॉनिक्स और वेडिंग शॉपिंग के लाखों विकल्प मौजूद हैं। इसके अलावा, पुरानी दिल्ली का प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड, परांठे वाली गली से लेकर जलेबी वाले तक हर पर्यटक के आकर्षण का केंद्र है।

यही वजह है कि यहां रोजाना हजारों पर्यटक और खरीदार पहुंचते हैं। लेकिन धमाके के बाद अब मार्केट की चमक कुछ दिनों के लिए फीकी पड़ गई है।

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कब लौटेगी रौनक?

हालांकि, माहौल अभी थोड़ा शांत है, लेकिन व्यापारी और दुकानदारों को भरोसा है कि स्थिति जल्द ही सामान्य होगी। जैसे ही रास्ते खुलेंगे और मेट्रो सेवा शुरू होगी, मार्केट की रौनक वापस लौट आएगी। एक दुकानदार ने मुस्कुराते हुए कहा, “चांदनी चौक का इतिहास मुगलों से भी पुराना है, कुछ दिन की यह खामोशी ज्यादा देर नहीं टिकेगी। यहां की गलियां फिर से भीड़ और हंसी-खुशी से भर जाएंगी।”

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