नई दिल्ली: जब भी आप किसी होटल में चेक-इन करते हैं, तो सबसे पहले जो चीज़ ध्यान खींचती है, वह है कमरे की धीमी रोशनी (dim lighting)। यह कोई गलती नहीं, बल्कि सोच-समझकर की गई प्लानिंग का हिस्सा होती है। इसके पीछे कई कारण हैं:
शांत और सुकून भरा माहौल देना
हल्की रोशनी दिमाग को शांत करती है। यह तनाव को कम करती है और व्यक्ति को रिलैक्स महसूस कराती है। बिजी ट्रैवल शेड्यूल या मीटिंग के बाद जब कोई व्यक्ति होटल आता है, तो उसका लक्ष्य होता है – आराम। कम रोशनी उस वातावरण को बनाने में मदद करती है।
स्पेस को ज़्यादा प्राइवेट दिखाना
धीमी लाइट कमरे को इंटिमेट और प्राइवेट स्पेस में बदल देती है, जो कपल्स या हनीमून ट्रैवलर्स के लिए आदर्श होता है।
डेकोर और लुक में निखार
Dim light में कमरे की डिजाइन, वॉलपेपर, फर्नीचर ज्यादा सॉफिस्टिकेटेड दिखते हैं। इससे कमरे की सुंदरता और ब्रांड वैल्यू दोनों बढ़ती हैं।
होटल में बेडशीट और तकिया सफेद क्यों होते हैं?
साफ-सफाई और भरोसे का प्रतीक
सफेद रंग को स्वच्छता का प्रतीक माना जाता है। होटल की सफेद बेडशीट और पिलो यह जताते हैं कि वहां हाई लेवल की हाइजीन मेंटेन की जाती है। कोई भी दाग, धूल या गंदगी सफेद रंग पर तुरंत नजर आ जाती है, जिससे होटल स्टाफ साफ-सफाई को लेकर अधिक सतर्क रहता है।
लॉन्ड्री में आसानी
सभी होटल रोजाना हजारों बेडशीट और तकिए धोते हैं। सफेद कपड़ों को एक साथ वॉश किया जा सकता है और उन्हें ब्लीच करना भी आसान होता है। इससे होटल का मेंटेनेंस खर्च भी कम होता है।
एकरूपता और शांति का संकेत
सफेद रंग कमरे में एकरूपता और शांत माहौल बनाता है। यह किसी भी थीम या वॉल कलर के साथ मेल खा जाता है। इससे कमरा और भी ज्यादा प्रोफेशनल और संतुलित दिखता है।
मनोवैज्ञानिक असर
सफेद रंग मानसिक रूप से शांति देने वाला होता है। यह व्यक्ति के मूड को बेहतर करता है और नींद लाने में भी मदद करता है।
डिस्क्लेमर
यह लेख सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारियां सामान्य रिसर्च और होटल इंडस्ट्री से जुड़े तथ्यों पर आधारित हैं। यह किसी ब्रांड, होटल या संस्थान का प्रचार नहीं है।

