महाराष्ट्र एटीएस की बड़ी कार्रवाई: ठाणे और पुणे में छापेमारी, सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हंगरगेकर से जुड़े तारों की जांच तेज

महाराष्ट्र एटीएस ने ठाणे और पुणे में छापेमारी कर सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हंगरगेकर के कथित विदेशी संपर्कों की जांच शुरू की है। छापों में कई डिजिटल सबूत और दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार किसी आतंकी नेटवर्क की पुष्टि नहीं हुई है।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 12 November 2025, 8:42 PM IST
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Mumbai: महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने बुधवार को ठाणे और पुणे जिलों में दो जगहों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई हाल ही में गिरफ्तार किए गए सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हंगरगेकर के आतंकवादी संगठनों से कथित संबंधों की जांच के सिलसिले में की गई। अधिकारियों के मुताबिक, एटीएस यह पता लगाने में जुटी है कि जुबैर का संपर्क अल-कायदा और अन्य प्रतिबंधित संगठनों से किस हद तक था और क्या वह किसी मॉड्यूल का हिस्सा था।

दिल्ली धमाके से नहीं जुड़ा मामला

एटीएस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई दिल्ली में हुए हालिया धमाके से सीधे तौर पर जुड़ी नहीं है। सोमवार को हुए उस धमाके में दस लोगों की मौत हुई थी, लेकिन फिलहाल जांच एजेंसी यह देख रही है कि कहीं इस घटना का महाराष्ट्र से कोई अप्रत्यक्ष संबंध तो नहीं है। एटीएस का कहना है कि राज्य में किसी भी संभावित आतंकी गतिविधि के खतरे को लेकर वे पहले से सतर्क हैं और इस छापेमारी का मकसद नेटवर्क की गहराई तक जांच करना है।

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शिक्षक के घर पर हुई तलाशी

अधिकारियों के अनुसार, जांच में सामने आया कि जुबैर हंगरगेकर ने ठाणे जिले के मुंब्रा इलाके में रहने वाले एक शिक्षक के घर पर बैठक की थी। इसी मकान पर एटीएस की टीम ने छापा मारा और पूरे परिसर की तलाशी ली। छानबीन के दौरान उस शिक्षक से भी पूछताछ की गई, हालांकि अधिकारी ने स्पष्ट किया कि वह न तो आरोपी है, न ही गवाह, केवल जांच का हिस्सा है।

डिजिटल सबूत और दस्तावेज बरामद

छापेमारी के दौरान पुलिस ने कई डिजिटल सबूत बरामद किए हैं। इनमें दो पेन ड्राइव, एक हार्ड डिस्क और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनमें किस प्रकार का डेटा या संपर्क छिपे हुए हैं। शिक्षक की पत्नी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह कार्रवाई उनके परिवार के लिए मानसिक रूप से काफी परेशान करने वाली रही, क्योंकि उन्होंने पहले कभी ऐसा अनुभव नहीं किया था।

विदेशी संपर्कों की जांच

एटीएस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि जुबैर हंगरगेकर के पुराने मोबाइल फोन में पाकिस्तान, सऊदी अरब, कुवैत और ओमान के कुछ नंबर सेव थे। हालांकि, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) की जांच में अब तक इन नंबरों पर किसी प्रत्यक्ष कॉल का प्रमाण नहीं मिला है। एटीएस अधिकारी यह भी जांच रहे हैं कि कहीं यह नंबर किसी ऑनलाइन चैट या एन्क्रिप्टेड ऐप के माध्यम से सक्रिय तो नहीं थे। फिलहाल तकनीकी टीम मोबाइल डेटा का बैकअप लेकर हर संपर्क का विश्लेषण कर रही है।

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कट्टरपंथी सामग्री बरामद

पुणे के कोंढवा इलाके में जुबैर के घर की तलाशी के दौरान एटीएस को मोबाइल फोन, कई PDF फाइलें, और ओसामा बिन लादेन का भाषण समेत कुछ आपत्तिजनक सामग्री मिली। इनमें अल-कायदा से जुड़ी ‘Inspire’ नामक ऑनलाइन मैगजीन की कॉपियां भी बरामद की गई हैं।

एटीएस की जांच जारी

महाराष्ट्र एटीएस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई एक लंबी और बहु-स्तरीय जांच का हिस्सा है। फिलहाल सभी डिजिटल साक्ष्यों को फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया है और यह देखा जा रहा है कि जुबैर हंगरगेकर किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा था या नहीं। अधिकारियों के अनुसार, किसी भी संभावित आतंकी गतिविधि को रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा, ठाणे और पुणे पुलिस के साथ-साथ मुंबई पुलिस की इंटेलिजेंस यूनिट को भी सतर्क कर दिया गया है।

Location : 
  • Mumbai

Published : 
  • 12 November 2025, 8:42 PM IST