हिंदी
प्रयागराज की यह घटना इंसानियत, विश्वास और सच्चे प्रेम की अद्भुत मिसाल है। जहां एक युवक ने दुष्कर्म पीड़िता को समाज की तिरछी नजरों से ऊपर उठाकर अपनाने का निर्णय लिया। इस फैसले ने न केवल युवती के जीवन को नई दिशा दी, बल्कि समाज में उम्मीद की एक किरण भी जलाई।
दुष्कर्म पीड़िता से शादी करेगा प्रेमी
Prayagraj: जहां एक तरफ प्यार में धोखा मिल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज के इस प्रेम ने मिशाल कायम कर दी है। बता दें कि मऊआइमा थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती और पड़ोसी गांव के युवक की मुलाकात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर हुई थी। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्रेम में बदल गई। तीन वर्षों तक दोनों के बीच गहरा रिश्ता रहा और दोनों एक-दूसरे के परिवारों के परिचित भी बन गए थे। सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन 30 अक्टूबर की शाम ने इस कहानी को पूरी तरह बदल दिया।
पीड़िता के अनुसार, आरोपी सूरज मौर्या ने उसे फोन कर गांव के स्कूल में बुलाया। जब युवती वहां पहुंची, तो उसके साथ सूरज के दो दोस्त पहले से मौजूद थे। सूरज ने स्कूल के कमरे में युवती के साथ जबरन दुष्कर्म किया, और उसके साथियों ने उस घटना का वीडियो बना लिया। जब युवती ने शोर मचाया, तो दोनों साथी बाहर से दरवाजा बंद कर फरार हो गए। सूरज ने बाद में अपने भाई अनुपम को फोन करके बुलाया, जिसने दरवाजा खोला, लेकिन साथ ही युवती को धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो जान से मार देगा और वीडियो वायरल कर देगा।
लोक-लाज के डर से युवती कुछ दिनों तक चुप रही। लेकिन जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो उसने हिम्मत जुटाकर अपने परिवार को सब कुछ बताया। परिजनों के साथ वह एक नवंबर को मऊआइमा थाने पहुंची और घटना की पूरी जानकारी दी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी सूरज मौर्या, उसके भाई अनुपम मौर्या और दो अज्ञात साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। 4 नवंबर को पुलिस ने मुख्य आरोपी सूरज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
जहां आमतौर पर ऐसे मामलों में पीड़िता को समाज से तिरस्कार झेलना पड़ता है, वहीं इस युवती के जीवन में एक उम्मीद की किरण उसके मंगेतर के रूप में सामने आई। युवक ने न केवल उसका साथ छोड़ा नहीं, बल्कि समाज के तानों की परवाह किए बिना उससे शादी करने का फैसला लिया। युवक ने कहा, “मेरी मंगेतर के साथ जो हुआ वह एक अपराध है, लेकिन वह दोषी नहीं है। मैं उसके साथ हर परिस्थिति में खड़ा रहूंगा।”
पीड़िता के परिजन पहले इस घटना से बेहद टूट चुके थे, लेकिन जब युवक ने शादी करने का निर्णय लिया, तो उन्होंने भी अपनी सहमति दे दी। ग्रामीणों ने भी इस निर्णय का स्वागत किया और कहा कि यह प्रेम, भरोसे और इंसानियत की सच्ची मिसाल है। ग्रामीणों के अनुसार, ऐसे मामलों में आमतौर पर लड़कियों की शादी होना कठिन हो जाता है, लेकिन इस युवक के निर्णय ने समाज की सोच को एक नई दिशा दी है।
युवक ने बताया कि उसके पिता के देहांत के कारण फिलहाल शादी में कुछ समय लगेगा, लेकिन वह अपनी मंगेतर से जल्द ही विवाह करेगा। उसने कहा कि यह रिश्ता सिर्फ प्रेम का नहीं, बल्कि सम्मान और विश्वास का बंधन है।