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बिहार विधानसभा चुनाव की गहमा-गहमी के बीच योग गुरु बाबा रामदेव ने एनडीए की जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व “हिमालय जैसा ऊंचा और अडिग” है और बिहार में उनकी बराबरी करने वाला कोई नहीं है।
बाबा रामदेव की बिहार चुनाव पर बड़ी भविष्यवाणी (फोटो सोर्स गूगल)
Patna: बिहार विधानसभा चुनाव की गहमा-गहमी के बीच योग गुरु बाबा रामदेव ने एनडीए की जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व “हिमालय जैसा ऊंचा और अडिग” है और बिहार में उनकी बराबरी करने वाला कोई नहीं है। बाबा रामदेव ने कहा कि एनडीए (NDA) की जीत एकदम तय है, क्योंकि पीएम मोदी के सामने किसी भी दल में टिके रहने की हिम्मत नहीं है।
सूत्रों के अनुसार बाबा रामदेव ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र की असली पहचान हैं। उन्होंने कहा “बिहार में मुकाबला कठिन जरूर है, लेकिन मोदी जी के हिमालय जैसे व्यक्तित्व के आगे कोई भी ठहरने वाला नहीं है। उनकी छवि, चरित्र और योगदान किसी दैवीय आशीर्वाद से कम नहीं हैं। इसलिए एनडीए का पलड़ा भारी है।” बाबा रामदेव ने आगे कहा कि चुनावी संघर्ष लोकतंत्र की सुंदरता का परिचायक है, जहां हर दल को अपनी बात जनता तक पहुंचाने का मौका मिलता है।
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बिहार में दो चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, राज्य में राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद प्रचार अभियान की कमान संभाले हुए हैं और वे आरा, नालंदा और पटना में रैली और रोड शो करेंगे।
बिहार में इस बार मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर का है। एनडीए गठबंधन में भाजपा, जदयू, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) शामिल हैं। वहीं महागठबंधन का नेतृत्व आरजेडी के तेजस्वी यादव कर रहे हैं, जिसमें कांग्रेस, सीपीआई (एमएल), सीपीआई, सीपीएम और वीआईपी पार्टी शामिल हैं।
दोनों गठबंधनों ने चुनावी घोषणापत्र जारी कर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है। महागठबंधन ने “बिहार का तेजस्वी प्रण” शीर्षक से अपना घोषणापत्र जारी करते हुए कहा है कि सरकार बनने के 20 दिन के अंदर कानून बनाकर सुनिश्चित किया जाएगा कि हर परिवार में कम से कम एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। वहीं एनडीए ने अपने संकल्प पत्र में एक करोड़ सरकारी नौकरियों का वादा किया है।
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बाबा रामदेव के बयान ने बिहार की सियासत में नई हलचल मचा दी है। एक ओर मोदी की लोकप्रियता पर एनडीए भरोसा जता रहा है, तो दूसरी ओर महागठबंधन रोज़गार और बदलाव के वादे के साथ जनता तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि जनता किस पर भरोसा जताती है ‘हिमालय जैसे मोदी’ या ‘तेजस्वी का प्रण’।